भारत अपनी गहरी आध्यात्मिकता के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यही कारण है कि यहां लोग एक-दूसरे को बिना जाने भी सम्मान देते हैं। आध्यात्मिकता एक व्यक्तिगत यात्रा है, जो आत्मिक शांति, आत्मचेतना और सामंजस्य पर केंद्रित होती है। ध्यान, प्रार्थना और माइंडफुलनेस जैसी विधियों के माध्यम से यह यात्रा हमें अंदर से मजबूत बनाती है, करुणा विकसित करती है और जीवन के असली अर्थ को समझने में मदद करती है।
अगर आप भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो हमारे ट्रैवल टिप्स और जरूरी सामान की जानकारी भी ज़रूर पढ़ें, जिससे आपकी यात्रा सुखद और यादगार बन सके।
Table of Contents
1.Varanasi, Uttar Pradesh

वाराणसी, जिसे काशी और “मंदिरों का शहर” के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे प्राचीन और आध्यात्मिक नगरों में से एक है। इसकी समृद्ध संस्कृति, लंबे इतिहास और मजबूत परंपराओं के कारण यह न केवल भारत से, बल्कि दुनिया भर से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में वाराणसी का नाम सबसे ऊपर आता है, क्योंकि यह हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है।
यहां कई महत्वपूर्ण मंदिर स्थित हैं, जिनमें काशी विश्वनाथ मंदिर सबसे प्रसिद्ध है, जो भगवान शिव को समर्पित है और देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। अन्य प्रमुख मंदिरों में दुर्गा मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, और संकट मोचन हनुमान मंदिर शामिल हैं। ये केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि अपनी अद्भुत वास्तुकला और नक्काशी के लिए भी जाने जाते हैं।
वाराणसी में लगभग 88 घाट हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध है दशाश्वमेध घाट, जहां हर शाम गंगा आरती का आयोजन होता है। आरती के दौरान भक्ति गीतों और दीपों की रोशनी से सजी हुई गंगा की छटा देखने लायक होती है। मणिकर्णिका घाट हिंदू धर्म में सबसे पवित्र श्मशान घाटों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यहां अंतिम संस्कार होने पर आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है और वह जीवन-मरण के चक्र से मुक्त हो जाती है।
बनारसी पान वाराणसी की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। वास्तव में, वाराणसी सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि एक अनुभव है – जो आस्था, इतिहास और गहरी आध्यात्मिकता से भरपूर है। यदि आप भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से किसी एक की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो अक्टूबर से मार्च के बीच का समय सबसे उपयुक्त रहेगा।
2.Ayodhya, Uttar Pradesh

अयोध्या हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यहां स्थित राम मंदिर को भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में एक विशेष स्थान प्राप्त है। यह भव्य मंदिर भगवान श्रीराम को समर्पित है और लगभग 2.7 एकड़ में फैला हुआ है, जिसकी ऊंचाई 161 फीट है।
यह वही पावन भूमि है, जहां त्रेतायुग में राजा दशरथ और रानी कौशल्या के यहां भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। 22 जनवरी 2024 को इस मंदिर का उद्घाटन हुआ और भगवान राम की प्रतिमा को विधिवत रूप से स्थापित किया गया। मंदिर के निर्माण में सफेद संगमरमर और गुलाबी पत्थर का सुंदर संयोजन किया गया है, जो इसकी दिव्यता को और बढ़ाता है।
यह मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि भारतीय सभ्यता की शान और आस्था का प्रतीक है। रामनवमी के अवसर पर यहां भव्य उत्सव मनाया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, राम मंदिर ने घरेलू यात्रियों के मामले में 135 मिलियन से अधिक आगंतुकों को आकर्षित किया है, जो ताजमहल से भी ज्यादा है। इससे यह साफ़ झलकता है कि भारतीय जनता भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों और विशेष रूप से राम मंदिर से कितनी गहराई से आध्यात्मिक रूप से जुड़ी हुई है।
अयोध्या में घूमने के लिए प्रमुख स्थान
- हनुमान गढ़ी मंदिर
- कनक भवन
- दशरथ महल
- श्री नागेश्वरनाथ मंदिर
- सरयू घाट
3.Rishikesh, Uttarakhand

ऋषिकेश को दुनियाभर में “योग की राजधानी” के रूप में जाना जाता है और यह हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थान है। यह स्थान योग, ध्यान और आध्यात्मिक साधना का एक प्रमुख केंद्र है। प्राचीन काल से ही यह योगियों और तपस्वियों की तपस्थली रहा है। यहीं से पवित्र गंगा नदी का उद्गम होता है और मान्यता है कि यहां गंगा स्नान करने से पापों का नाश होता है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में ऋषिकेश का स्थान खास है, क्योंकि यह न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता और रोमांच के अनुभव भी कराता है।
चाहे आप आध्यात्मिक शांति की तलाश में हों, एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद लेना चाहते हों, या बस प्रकृति की खूबसूरती का अनुभव करना चाहते हों – ऋषिकेश हर किसी के लिए कुछ न कुछ खास जरूर लेकर आता है। यह स्थान आध्यात्मिकता और प्रकृति का अद्भुत संगम है, जहां हर उम्र के लोग खुद को ईश्वर और प्रकृति के और भी करीब महसूस करते हैं।
ऋषिकेश निस्संदेह भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में एक ऐसा नाम है, जो हर यात्री को आत्मिक अनुभव से भर देता है।
ऋषिकेश में घूमने के लिए प्रमुख स्थान
- नीलकंठ महादेव मंदिर
- त्रिवेणी घाट
- परमार्थ निकेतन
- लक्ष्मण झूला और राम झूला
ऋषिकेश में करने के लिए प्रमुख गतिविधियाँ
- रिवर राफ्टिंग
- बंजी जंपिंग
- कैम्पिंग
4.Haridwar, Uttarakhand

हरिद्वार नाम दो शब्दों से मिलकर बना है – “हरि” (भगवान विष्णु) और “द्वार”, जिसका अर्थ होता है ईश्वर का द्वार। यह एक ऐतिहासिक और प्रसिद्ध आध्यात्मिक नगरी है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसे गंगा का द्वार भी कहा जाता है, क्योंकि यही वह स्थान है जहां पवित्र गंगा नदी हिमालय की पहाड़ियों से उतरकर मैदानों में प्रवेश करती है। हरिद्वार को भारत के सात पवित्र नगरों (सप्तपुरी) में से एक माना गया है।
हर दिन हजारों श्रद्धालु यहां गंगा स्नान करने के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि हरिद्वार में गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है और उसे आत्मिक शांति प्राप्त होती है। इस आस्था और परंपरा ने इसे भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में एक विशेष स्थान दिलाया है।
हरिद्वार की संस्कृति में धार्मिक और आध्यात्मिक पहलू गहराई से रचे-बसे हैं। यहां मनाए जाने वाले प्रमुख पर्वों में कुंभ मेला, दिवाली, और शिवरात्रि प्रमुख हैं। कुंभ मेला हर 12 वर्षों में आयोजित होता है, जबकि अर्धकुंभ मेला हर 6 वर्षों में होता है। इन आयोजनों में लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और पर्यटक भाग लेते हैं, जिससे हरिद्वार की दिव्यता और आध्यात्मिकता और भी अधिक बढ़ जाती है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हरिद्वार की यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि यह आत्मा को सुकून देने वाली यात्रा भी है।
हरिद्वार में घूमने के लिए प्रमुख स्थान
- हर की पौडी
- पतंजलि योगपीठ
- मनसा देवी मंदिर
- चंडी देवी मंदिर
5.Kainchi Dham, Uttarakhand

कैची धाम आश्रम भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है, जो समुद्र तल से लगभग 1400 मीटर की ऊंचाई पर, नैनीताल से लगभग 38 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां स्थित हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर, पास से बहती कोसी नदी और चारों ओर फैली हरियाली इस स्थान को और भी सुंदर और आकर्षक बना देती है।
यह आश्रम “नीम करोली बाबा” का तपोस्थल है, जो एक महान संत और योगी थे। उनकी चमत्कारी कथाएं और जीवन के उपदेश आज भी श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। यह आश्रम 1964 में नीम करोली बाबा द्वारा स्थापित किया गया था। आश्रम का वातावरण अत्यंत शांत, सात्विक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां थोड़ा सा ध्यान भी आपको एक अलग ऊर्जा का अनुभव कराता है, यही कारण है कि हर वर्ष हजारों श्रद्धालु और साधक यहां शांति और आध्यात्मिक अनुभव की तलाश में आते हैं।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में कैची धाम को इसीलिए विशेष स्थान प्राप्त है क्योंकि यह न केवल एक तीर्थस्थल है, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति का भी केंद्र है।
स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग जैसे अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भी बाबा के भक्त रहे हैं। बाबा का संदेश था – “प्रेम और सेवा के माध्यम से ही ईश्वर को पाया जा सकता है।” ऐसा माना जाता है कि नीम करोली बाबा की कृपा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।
6.Kedarnath, Uttarakhand

केदारनाथ भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है और अपनी प्राकृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। यह देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। चारों ओर ऊँचे-ऊँचे बर्फ से ढके पर्वत, हिमनद (ग्लेशियर) और बहती मंदाकिनी नदी इसकी सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 11,800 फीट की ऊँचाई पर स्थित है।
केदारनाथ का इतिहास:
कथाओं के अनुसार, माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों के समय में हुआ था। महाभारत युद्ध के बाद पांडव अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की खोज में यहां आए थे। भगवान शिव उनसे छिपने के लिए केदारनाथ आए और यहीं पर उन्होंने पांडवों को दर्शन दिए। बाद में आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया।
यह मंदिर विशाल पत्थरों से बनाया गया है और इसकी संरचना में किसी भी प्रकार का सीमेंट उपयोग नहीं हुआ है। मंदिर के गर्भगृह में त्रिकोण आकार का शिवलिंग स्थापित है, जो भगवान शिव का प्रतीक है। मंदिर की बाहरी दीवारों पर कई देवी-देवताओं की मूर्तियाँ उकेरी गई हैं, जो इसकी धार्मिकता के साथ-साथ कला को भी दर्शाती हैं।
2013 में आई भीषण बाढ़ में इस क्षेत्र में भारी तबाही हुई, लेकिन चमत्कारी रूप से मंदिर को कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुँचा। बताया जाता है कि मंदिर के पीछे एक विशाल पत्थर आकर रुक गया, जिसने बाढ़ की तीव्र धारा को रोक दिया। इसे आज भी लोग चमत्कार मानते हैं। इसके बाद पुनर्निर्माण के कार्यों के साथ यह क्षेत्र फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोला गया।
केदारनाथ की यात्रा कठिन और रोमांचक मानी जाती है। यहां पहुंचने के लिए पहले गुप्तकाशी या सोनप्रयाग आना होता है, वहां से टैक्सी द्वारा गौरीकुंड, और फिर वहां से लगभग 16 किमी का ट्रेकिंग करना होता है। हालांकि अब हेलिकॉप्टर से भी केदारनाथ पहुंचा जा सकता है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शामिल केदारनाथ न केवल एक तीर्थ है, बल्कि यह आस्था, साहस और प्रकृति के संगम का प्रतीक भी है।
7.Puri, Odisha

पुरी, जिसे जगन्नाथ पुरी भी कहा जाता है, बद्रीनाथ, द्वारका और रामेश्वरम के साथ मिलकर चार धामों में से एक है। हिंदू धर्म के अनुसार, जो भी व्यक्ति यहां आकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पुरी का सबसे बड़ा आकर्षण है – जगन्नाथ मंदिर, जिसे भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ के साथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियाँ स्थापित हैं। यह भव्य मंदिर 12वीं शताब्दी में गंगा वंश के राजा अनंतवर्मन चोडगंग देव द्वारा बनवाया गया था।
पुरी का सबसे प्रसिद्ध त्योहार है – रथ यात्रा, जो हर साल जून या जुलाई में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। इस दौरान भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को भव्य रथों में बैठाकर पूरे शहर में यात्रा कराई जाती है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। यह आयोजन पुरी को भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में एक विशेष स्थान दिलाता है।
पुरी में समुद्री मछली और झींगा यहाँ की प्रसिद्ध स्थानीय भोजन में शामिल हैं। यदि आप पक्षी प्रेमी हैं और प्रवासी पक्षियों को देखने का शौक रखते हैं, तो आप पुरी के पास स्थित चिल्का झील जा सकते हैं। यह एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है और अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और पक्षियों की विविधता के कारण पर्यटकों को आकर्षित करती है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में पुरी एक ऐसा तीर्थ है जहाँ आस्था, परंपरा और प्रकृति का सुंदर संगम देखने को मिलता है।
8.Tirupati, Andhra Pradesh

तिरुपति, भारत के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। यह शहर अपनी धार्मिक महत्ता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। तिरुपति को अक्सर “आंध्र प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी” भी कहा जाता है। इसकी शांत वातावरण, हरी-भरी पहाड़ियाँ और दिव्य ऊर्जा की अनुभूति, श्रद्धालुओं के साथ-साथ पर्यटकों को भी आकर्षित करती है।
तिरुपति का मुख्य आकर्षण है – श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, जिसे तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर “सप्तगिरी” के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह सात पहाड़ियों पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि जब किसी की मन्नत पूरी होती है, तो वह भगवान वेंकटेश्वर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए अपने बाल अर्पित करता है। यही इस मंदिर की एक विशेष परंपरा भी है।
तिरुपति के पास स्थित ISKCON मंदिर और चंद्रगिरि किला भी दर्शनीय स्थल हैं। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। यहां का लड्डू प्रसाद दुनियाभर में प्रसिद्ध है और इसे पवित्रता और प्रसाद की भावना से ग्रहण किया जाता है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में तिरुपति का नाम विशेष रूप से लिया जाता है। यह न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का भी प्रतीक है।
9.Mathura/Vrindavan, Uttar Pradesh

मथुरा शहर को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। यह शहर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है और धार्मिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मथुरा का हर कोना इतिहास से जुड़ा हुआ है। यहां की प्रसिद्ध मिठाई पेड़ा हर आने वाले व्यक्ति के मन को प्रसन्न कर देती है।
हिंदू धर्म में मथुरा का विशेष स्थान है क्योंकि इसे ब्रजभूमि भी कहा जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण के बाल्यकाल की लीलाओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की गलियों में आज भी राधा-कृष्ण की झलक मिलती है।
मथुरा के प्रमुख दर्शनीय स्थल
- श्री कृष्ण जन्मस्थान
- श्रीद्वारकाधीश मंदिर
- श्री राधा रानी मंदिर, बरसाना
- गोवर्धन पर्वत
- श्री रमण बिहारीजी मंदिर
मथुरा के पास स्थित वृंदावन वह स्थान है जहाँ राधा-कृष्ण के पवित्र प्रेम की कहानियाँ आज भी जीवंत प्रतीत होती हैं। इनका प्रेम न तो शारीरिक था और न ही सांसारिक, बल्कि आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक था। वृंदावन की गलियों में भक्ति की एक अलग ही ऊर्जा महसूस होती है।
यहाँ की होली विशेष रूप से प्रसिद्ध है, खासकर लठमार होली जो दुनिया भर में अपनी अनूठी परंपरा के लिए जानी जाती है। इसके अलावा जन्माष्टमी, राधाष्टमी जैसे अनेक पर्व पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाए जाते हैं।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में मथुरा और वृंदावन का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। यह स्थल न केवल श्रद्धा का केंद्र हैं, बल्कि भक्ति, प्रेम और सांस्कृतिक विरासत का अद्वितीय संगम भी हैं।
वृन्दावन में घूमने लायक प्रमुख स्थान
- श्री बांकेबिहारी मंदिर
- प्रेम मंदिर
- इस्कॉन मंदिर
- माँ वैष्णो देवी धाम
- निधिवन
10.Mahakaleshwar Temple, Madhya Pradesh

यह मंदिर उज्जैन शहर में स्थित है और भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। यह एक दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है, जो इसे अन्य ज्योतिर्लिंगों से विशेष और अलग बनाता है। इसका अर्थ है कि भगवान शिव दक्षिण दिशा की ओर मुख करके विराजमान हैं। शिव को कालों के काल महाकाल भी कहा जाता है, इसलिए यहाँ उनकी पूजा महाकाल के रूप में की जाती है।
मंदिर के अंदर नर्मदा नदी का पवित्र जल प्रवाहित होता है, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है। यहाँ महाशिवरात्रि और नाग पंचमी जैसे पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाए जाते हैं। सावन माह के प्रत्येक सोमवार को भी यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर आस्था और अध्यात्म का एक अनोखा संगम है।
विशेषता –
🔱 भस्म आरती:
यह आरती प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त (प्रातः काल) में की जाती है। यह आरती इसलिए विशेष मानी जाती है क्योंकि इसमें भगवान शिव को श्मशान की चिता की भस्म से अभिषेक किया जाता है। यह विश्व प्रसिद्ध आरती है और इसे देखने के लिए विशेष अनुमति लेनी होती है।
🔱 महाकाल लोक:
यह मंदिर के आसपास हाल ही में विकसित किया गया एक आध्यात्मिक और पर्यटन स्थल है। इसमें भगवान शिव से जुड़े 108 भव्य स्तंभ बनाए गए हैं, जिन पर उनके अद्भुत कार्यों का उल्लेख किया गया है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में उज्जैन का यह महाकालेश्वर मंदिर एक विशेष स्थान रखता है। यहाँ हर कदम पर श्रद्धा और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है, जो भक्तों को आत्मिक शांति प्रदान करता है।
11. Prayagraj, Uttar Pradesh

प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, तीन पवित्र नदियों – गंगा, यमुना और सरस्वती – के अद्भुत संगम का स्थल है। इसी कारण इसे त्याग की भूमि भी कहा जाता है। यह स्थान न केवल धार्मिक रूप से बल्कि आध्यात्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
यहाँ प्रतिवर्ष माघ मेला आयोजित होता है, वहीं प्रत्येक 6वें वर्ष में अर्धकुंभ और हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन होता है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए आते हैं। यह स्नान मोक्ष की प्राप्ति और पापों से मुक्ति का प्रतीक माना जाता है।
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में प्रयागराज का स्थान बहुत ही खास है। यहाँ की हर गली और घाटों में धार्मिक ऊर्जा और संस्कृति की गहराई महसूस होती है, जो इसे श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय तीर्थ बनाती है।
प्रयागराज में घूमने लायक प्रमुख स्थान
- त्रिवेणी संगम
- इलाहबाद किला
- बड़े हनुमान जी
- खुसरो बाग
- नैनी ब्रिज
इसे अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां नीचे क्लिक करें
Best 10 Spiritual places in India to visit in 2025
“अपने आत्मा को जागृत करने वाली दिव्य ऊर्जा, प्राचीन मंदिरों और शांति देने वाले भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की खोज करें। यह ब्लॉग आपकी ज्ञानवर्धन में मदद करेगा। हमें टिप्पणियों में बताएं कि इस साल आप किस धार्मिक स्थल की यात्रा करना पसंद करेंगे।”
3 thoughts on “11 भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल – जहां हर श्रद्धालु को जाना चाहिए”